नई दिल्ली, 23 नवंबर (आईएएनएस)| दिल्ली के नांगलोई और पंजाबी बस्ती के बाजार इलाकों को अधिकारियों द्वारा सील कर दिया गया क्योंकि यह पाया गया था कि वहां के व्यापारी सरकार द्वारा निर्धारित उचित कोविड प्रोटोकॉल का पालन नहीं कर रहे थे। दोनों बाजारों को 30 नवंबर तक सील कर दिया गया है। रविवार को यह कार्रवाई की गई। अतिरिक्त जिला मजिस्ट्रेट (एडीएम), पश्चिम दिल्ली, धर्मेंद्र कुमार द्वारा आदेश दिया गया, “यह जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के संज्ञान में आया कि जिला प्रशासन द्वारा समय-समय पर जारी किए गए विभिन्न निर्देशों के बावजूद पंजाबी बस्ती बाजार और जनता बाजार, नांगलोई, दिल्ली में भारत सरकार/दिल्ली के जीएनसीटी द्वारा जारी किए गए मास्क पहनने, शारीरिक दूरू बनाए रखने, आदि के संबंध में जारी निर्देशों के अनुपालन में विक्रेताओं/आगंतुकों द्वारा लापरवाही बरती जा रही है।”
आदेश में कहा गया, “इसलिए, समग्र सार्वजनिक हित में, 30 नवंबर तक इन बाजारों को बंद करने का आदेश दिया गया है।”
नवंबर में कोविड-19 महामारी के प्रबंधन के लिए राष्ट्रीय राजधानी के लिए सबसे अनिश्चित महीना रहा है। दिल्ली में कोरोना की तीसरी लहर चल रही है।
इस बीच, मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल बढ़ते कोरोनावायरस के आंकड़ों को नियंत्रण में लाने के लिए पुरजोर कोशिश कर रहे हैं। सार्वजनिक स्थानों पर लोगों द्वारा सामाजिक दूरी और उचित कोविड प्रोटोकॉल का पालन सुनिश्चित करने के लिए सरकार कड़ा रुख बरत रही है।
हाल ही में, दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (डीडीएमए) ने दिल्ली सरकार द्वारा शादियों में 200 के बजाय अब अधिकतम 50 मेहमानों की संख्या करने के अनुरोध को मंजूरी दी थी। सरकार ने शहर में होने वाली शादियों पर सख्त प्रतिबंध की मांग की थी और केंद्र से अगर बाजार हॉस्पॉट बने तो वहां लॉकडाउन लगाने की मंजूरी मांगी थी।
पिछले कुछ दिनों में, दिल्ली के सरकारी अस्पतालों में लगभग 700 बेड जोड़े गए हैं और लगभग 80 प्रतिशत बेड विशेष रूप से राष्ट्रीय राजधानी के विभिन्न सरकारी और निजी अस्पतालों में कोरोनावायरस रोगियों के उपचार के लिए आरक्षित किए जाने के लिए कहा गया है।
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