किंशासा, 24 मई (आईएएनएस)| कांगो लोकतांत्रिक गणराज्य (डीआरसी) में गोमा शहर के बाहरी इलाके में स्थित न्यारागोंगो ज्वालामुखी के फटने से कम से कम 15 लोगों की मौत हो गई।
समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, सरकार के प्रवक्ता पैट्रिक मुयाया ने कहा कि 22 मई को हुए विस्फोट के बाद भागते समय 15 लोगों की मौत हो गई।
प्रवक्ता ने कहा कि ट्रक पलटने की दुर्घटना में नौ लोगों की मौत हो गई, जबकि चार अन्य कैदी गोमा में मुंजेंजे केंद्रीय जेल को तोड़ने की कोशिश कर रहे थे।
उन्होंने बताया कि रविवार की सुबह दो और लोगों की जलकर मौत हो गई।
डीआरसी अधिकारियों ने अभी तक विस्फोट से हुई क्षति का आकलन नहीं किया है।
मुयाया ने अभी निवासियों से गैर-जरूरी गतिविधियों से बचने का अनुरोध किया, जबकि क्षेत्र में भूकंपीय गतिविधि अभी नुकसान पहुंचा सकती है।
स्थिति की बारीकी से निगरानी करने के लिए क्रेटर पर विस्फोट के बाद डीआरसी में संयुक्त राष्ट्र शांति मिशन के हेलीकॉप्टरों ने लगातार उड़ानें भरीं।
स्थानीय अधिकारियों के मुताबिक रविवार सुबह करीब चार बजे लावा का बहाव रुक गया, जबकि स्थानीय निवासी रात भर अपने घरों को लौटने रहे।
लगभग 3,000 लोग गोमा से पड़ोसी रवांडा के लिए भाग गए, जबकि अन्य शहर के आसपास के गांवों की ओर चले गए, जिसमें सेक भी शामिल था।
ज्वालामुखी के फटने के ठीक बाद, लगभग 2 मिलियन की आबादी वाले गोमा के ऊपर का आकाश नारंगी रंग की लपटों से जगमगा उठा।
शहर के कई इलाकों में बिजली आपूर्ति ठप हो गई।
गोमा दो सक्रिय ज्वालामुखियों का घर है – न्यामुलगिरा और न्यारागोंगो।
पिछली बार 2002 में एक बड़ा न्यारागोंगो विस्फोट हुआ था, जब लगभग 250 लोग मारे गए थे और 120,000 अन्य बेघर हो गए थे।
More Stories
05 अक्टूबर को होने वाले मतदान के दिन मतदान केन्द्रों में मोबाईल ले जाने पर रहेगा प्रतिबंध
समस्त देशवासियों को 15 अगस्त की हार्दिक शुभकामनाएं
मुख्य सचिव मति राधा रतूड़ी को प्रांतीय उपाध्यक्ष ललित पंत ने तीर्थाटन एवं पर्यटन किताब भेंट कि।