लखनऊ, 20 अगस्त (आईएएनएस)| उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार ने अप्रत्याशित घटनाक्रम में अधिकारियों को जाति, समुदाय, क्षेत्र, धर्म और भाषा के साथ भेदभाव नहीं करने का संकल्प लेने और सभी नागरिक के बीच एकता और सद्भाव सुनिश्चित करने की दिशा में काम करने का निर्देश दिया है। पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय राजीव गांधी की 77वीं जयंती पर शपथ लेने को कहा गया है।
राज्य के डीजीपी, उपायुक्तों, जिला अधिकारियों और अन्य वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों को जारी पत्र में, प्रमुख सचिव जितेंद्र कुमार ने निर्देश दिया है कि राजीव गांधी जयंती मनाने के लिए कार्यक्रम आयोजित किए जाएं और अधिकारी ‘सद्भावना दिवस का प्रतिज्ञा’ लें।
प्रतिज्ञा में कहा गया है, मैं प्रतिज्ञा करता हूं कि मैं जाति, समुदाय, क्षेत्र, धर्म और भाषा के खिलाफ भेदभाव नहीं करूंगा और सभी भारतीय नागरिकों की एकता और सद्भाव की दिशा में काम करूंगा। मैं हिंसा पर भरोसा नहीं करने और बातचीत और संवैधानिक के माध्यम से मतभेदों को हल करने का भी वचन देता हूं।
राजीव गांधी ने 1984 में अपनी मां और तत्कालीन प्रधान मंत्री इंदिरा गांधी की हत्या के बाद प्रधान मंत्री के रूप में पदभार संभाला। वह 40 साल की उम्र में भारत के सबसे युवा प्रधानमंत्री बने।
राजीव गांधी की 21 मई, 1991 को तमिलनाडु के श्रीपेरंबदूर में एक चुनावी रैली के दौरान लिबरेशन टाइगर्स ऑफ तमिल ईलम के आत्मघाती हमलावर ने हत्या कर दी थी।
इस बीच शपथ आदेश ने भाजपा को पूरी तरह से असमंजस में डाल दिया है।
भाजपा के एक वरिष्ठ विधायक ने कहा, हम यह समझने में विफल हैं कि योगी सरकार कांग्रेस नेता की जयंती क्यों मना रही है। यह पहली बार है जब कोई भाजपा सरकार ऐसा अवसर मना रही है।
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