बरेली बाबूराम ( बरेली ब्यूरो चीफ)
बरेली / कार्यक्रम में बच्चों के साथ समाज मे होने बाले जेंडर भेदभाव ,जेंडर आधारित हिंसा हमारे घर मे,परिवार में समाज मे की जाती है जैसे लड़कियों को पढ़ाते नहीं ,घर से बाहर जाने नही देते गांव से बाहर स्कूल है तो उनको पड़ने का मौका नहीं नही मिलता ।घर के काम की जिम्मेदारी लड़कियों को दी जाती है उन्हें हर काम पीछे व कमजोर समझा जाताऔर तुम लड़की यह कह कर उन्हें दवाने की कोशिश की जाती हैं लड़कियों को खेलने का मौका कम दिया जाता हैं कि फुटबॉल, कबड्डी, हॉकी, कुस्ती ,दौड़ यह सारे बाहरी खेल लड़को के लिए है लड़कियों के लिए नही यदि चोट लग गई शरीर का कोई अंग खराब हो गया तो शादी नही होगी यह कह कर उनका हौसला तोड़ा जाता नही है ।पर अब धीरे धीरे बदलाब आ रहा है और हर काम मे लडकिया आगे बढ़ रही हैं ।
और समझाया गया कि महिला पुरुष एक ही जगह मजदूरी करते है सब एक जैसा है और यह कह कर की तुम महिला इस आधार पर मजदूरी कम दी जाती है ।तो यह भी गलत है । यदि काम की जगह, स्कूल ऑफिस कही भी जहाँ महिलाओं के साथ यौन उत्पीड़न हो रहा है या लिंग ,जाती, रंग ,पहनावे के द्वारा हिंसा हो रही है तो गलत है उसके खिलाप हम अबाज उठा सकते बच्चों के साथ हेल्पलाइन नंबर पर बात की गई।रैली निकाली गई और बच्चों ने भाषण प्रतियोगिता के माध्यम सरअपने विचार और और जो उन्होंने ने अनुभव किया है । उस पर बात की ।
More Stories
हैडिंगसमाज में फैली कुरीतियों को श्री गुरु नानक देव ने दूर किया : मनमोहन सिंह
मां गंगा की रक्षा सेवा का लिया संकल्प, कार्तिक पूर्णिमा पर 5125 दीयों की रोशनी से चमका राम गंगा घाट
बरेली इंटर-स्पेशल स्कूल्स स्पोर्ट्स मीट विविधता और समावेश का एक ऐतिहासिक उत्सव