बाबूराम (बरेली ब्यूरो चीफ)
बरेली / बरेली मे ग्राम सागरपुर में किशोरियों के साथ स्पोर्ट कार्यक्रम का आयोजन किया गया 16 दिवसीय महिला हिंसा के विरुद्ध अभियान के अंतर्गत किशोरियों ने फुटबॉल खेल खेला और किशोरियों के साथ चर्चा की गई की लड़कियों आज हर क्षेत्र में जा रही हैं और शिक्षा के साथ-साथ अन्य चीजें भी भी सीख कर आगे बढ़ रही हैं और यह उनका अधिकार भी है कि हमें क्या करना है क्या नहीं करना है तो हमें आज के समय में जो परिवर्तन आ रहा है हमें भी अपनी सोच को समय के आधार पर बदलना चाहिए और हमें भी शिक्षा में खेल में आगे बढ़ना चाहिए ताकि हम अपने अधिकार ले सके और बाकी किशोरियों को भी उनके अधिकार लेने में उनका सहयोग करें उनको भी जागरूक कर सकें इस प्रकार से किशोरियों के साथ उन को जागरुक किया गया ।खेल के प्रति और शिक्षा के प्रति कोई भी खेल लड़का या लड़की का नहीं है सारे खेल लड़के ,लडकिया या कोई भी जेंडर के व्यक्ति खेल सकते हैं यह सब का मानव अधिकार है ।
इसलिए हमें आगे आकर खेल में प्रतिभाग करना चाहिए और हमें इस प्रकार के मौके ढूंढने चाहिए ताकि हम आगे बढ़ सके अपनी एक नई पहचान बना सकें इस प्रकार से किशोरियों को प्रेरित किया गया उनके स्वयं के सशक्तिकरण और गतिशीलता को बढ़ाने के लिए । किशोरियों को और अलग-अलग खेल के खिलाड़ियों सानिया मिर्जा दुती चंद्र मिताली ऐसे खिलाड़ियों के बारे में बताया गया और यह महिला खिलाड़ी हैं उन्होंने भी अपने जीवन में किस तरीके से संघर्ष करके आगे बढ़ी है । इसी प्रकार खेल के प्रति लड़कियों की रूचि बढे और उनके परिवार बाले भी समझे तो रेणु,और भी हमारे बीच से निकली किशोरि है जो अपने गाँव करमपुर से बरेली स्टेडियम में जाकर फुटबॉल खेल लगातार सखी रही है और आज आप के गाँव में भी यह स्पोट्स करने के लिए आई है।इनके सामने भी काफी चुनोतियाँ आई पर इन्होंने स्टेडियम में जाकर खेलना नही छोड़ा और बीच बीच मे यह इस प्रकार से अलग अलग गांव में जाकर फुटबॉल करती है । तो हम इन से भी प्रेणा ले और आगे बढे और यह पढ़ाई भी करती है घर मे काम करती । फिर खेलने के बरेली जाती है । इस प्रकार से बदलाब लाने के लिए किशोरियो को उदाहरण देकर प्रेरित किया गया ।
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