कुमार गौरव (रिपोर्टर बरेली)
बरेली (उत्तर प्रदेश) / बरेली नगर निगम द्वारा गांधी उद्यान में प्रवेश का टिकट लगाए जाने की सुगबुगाहट के बीच आज सिविल सोसाइटी बरेली ने टिकट लगाए जाने का कड़ा विरोध किया। सिविल सोसाइटी बरेली के संयोजक राज नारायण के नेतृत्व में डॉ सुचित्रा डे ,करिश्मा ,गजेंद्र पांडे, निकेत टंडन ,नितिन भाटिया, हिम्मत भंडारी आदि सदस्यों ने आज शाम गांधी उद्यान में इवनिंग वॉक एवं मनोरंजन के लिए आने वाले लगभग 200 से अधिक व्यक्तियों कि इस विषय पर मत सुमारी की जिसमें 190 से अधिक व्यक्तियों ने टिकट लगाए जाने को शोषण आम जनता के साथ अन्याय तथा न्याय विरुद्ध कहा। संपन्न परिवारों के चार पांच लोग जो टिकट लगाने के पक्षधर थे।वह भी इस बात पर निरुत्तर हो गए की क्या 80% जनता जो मुफ्त अनाज के दम पर जीवन यापन कर रही है। उसे पार्क में आने का हक नहीं। कार्यकर्ताओं एवं उद्यान में मौजूद विभिन्न आयु वर्ग के जनसमूह को संबोधित करते हुए उत्तर प्रदेश सर्वोदय मंडल के मंत्री तथा सिविल सोसायटी के संयोजक राज नारायण ने कहा की नेतृत्व एवं उच्च अधिकारी अपनी अकर्मण्यता को छुपाने के लिए मेंटेनेंस के नाम पर जन विरोधी कानून बनाने जा रहे हैं लेकिन इन मंसूबों को कभी पूरा नहीं होने दिया जाएगा। पहले से ही इस सार्वजनिक स्थल के एक बहुत बड़े भाग को मेंटेनेंस के नाम पर प्राइवेट व्यवसायियों को दे दिया गया है। एक तरफ सरकार मुफ्त शिक्षा राशन और स्वास्थ्य सेवाएं मुहैया करा रही है दूसरी तरफ नगर प्रशासन स्वास्थ्य और पारिवारिक मनोरंजन स्थल को मेंटेनेंस के नाम पर आम जनता की पहुंच से दूर करना चाह रही है। सिविल सोसायटी बरेली ने इस मुद्दे को जनता की अदालत में ले जाने और जन जागरण के द्वारा नगर निगम पर दबाव बनाने का फैसला लिया है हम जल्दी ही जिला प्रशासन को अपने इस निर्णय से अवगत कराएंगे और जरूरत पड़ी तो बड़ा सत्याग्रह करने के लिए तैयार रहेंगे। आज ही सोशल मीडिया पर 100 से अधिक लोगों ने इस लड़ाई के लिए बनाए जा रहे व्हाट्सएप ग्रुप से जुड़ने की इच्छा प्रकट की है जो होने वाले आंदोलन की तीव्रता का अनुमान दिखाती है।
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