पटना, 4 फरवरी (आईएएनएस)| बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने गुरुवार को अधिकारियों को जल्द शिक्षकों की बहाली करने का निर्देश देते हुए कहा कि सभी पंचायत में उच्च माध्यमिक विद्यालय के आधारभूत संरचना निर्माण कार्य में तेजी लाएं। जहां शिक्षकों की कमी है, वहां शिक्षक की बहाली जल्द हो जिससे बच्चों को पठन-पाठन में किसी प्रकार की कोई दिक्कत न हो। नीतीश ने शिक्षा विभाग की उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक की अध्यक्षता की। बैठक में अपर मुख्य सचिव संजय कुमार ने बताया कि सभी पंचायतों को उच्च माध्यमिक विद्यालय से आच्छादित करने का निर्णय लिया गया था, जिसके तहत 6421 पंचायतों को उच्च माध्यमिक विद्यालय विहीन सभी पंचायतों में 9वीं एवं 10वीं की पढ़ाई शुरू हो गई है।
उन्होंने बताया कि इन विद्यालयों में उन्नयन योजना के तहत स्मार्ट क्लास के माध्यम से पाठ्यक्रम के अनुरूप ई-कॉन्टेंट विकसित कर वर्ग संचालन की व्यवस्था की गई है। राज्य में अब कुल 9360 उच्च माध्यमिक विद्यालय स्थापित हैं।
बैठक में मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्ष 2006 से सड़क, स्वास्थ्य के साथ-साथ शिक्षा में सुधार के लिए कई कदम उठाए गए। बड़ी संख्या में प्राथमिक विद्यालय एवं मध्य विद्यालय की स्थापना की गई। विद्यालय भवनों का निर्माण स्थानीय स्तर पर विद्यालय शिक्षा समितियों द्वारा किया गया, इससे लोगों को रोजगार मिला साथ ही स्थानीय स्तर पर बिजनेस को भी बढ़ावा मिला।
उन्होंने कहा कि एक रिपोर्ट में यह बात सामने आयी कि लड़कियां शिक्षित होंगी तो प्रजनन दर घटेगा। उसी के आधार पर हर पंचायत में उच्च माध्यमिक विद्यालय बनाने का हमलोगों ने निर्णय लिया ताकि लड़कियां इंटर तक की पढ़ाई कर सकें।
उन्होंने कहा कि छात्राओं का शैक्षणिक स्तर बढ़ने से प्रजनन दर में और कमी आयेगी। मुख्यमंत्री ने दावा करते हुए कहा कि मैट्रिक की परीक्षा में लड़कियों की संख्या अब लड़कों से अधिक हो गई है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी पंचायत में उच्च माध्यमिक विद्यालय के आधारभूत संरचना निर्माण कार्य में तेजी लाएं। जहां शिक्षकों की कमी है वहां शिक्षक की बहाली जल्द हो, ताकि बच्चों को पठन-पाठन में किसी प्रकार की कोई दिक्कत न हो।
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