नई दिल्ली, 15 अगस्त (आईएएनएस)| इसके निदेशक डॉ रणदीप गुलेरिया ने रविवार को कहा कि अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स), दिल्ली, भारत का पहला अस्पताल बन गया है, जिसमें अस्पताल परिसर के अंदर अग्निशमन केंद्र है। 75वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर आयोजित एक समारोह में यह घोषणा करते हुए उन्होंने कहा कि एम्स ने इस उद्देश्य के लिए दिल्ली अग्निशमन सेवा के साथ हाथ मिलाया है।
आग की आपात स्थिति में त्वरित प्रतिक्रिया के लिए बने फायर स्टेशन का बुनियादी ढांचा एम्स द्वारा विकसित किया जाएगा, जबकि दमकल, उपकरण और जनशक्ति का प्रबंधन डीएफएस द्वारा किया जाएगा।
दिल्ली दमकल सेवा के निदेशक अतुल गर्ग ने इसे ‘गर्व का क्षण’ करार दिया। उन्होंने एक ट्वीट में कहा, “डीएफएस के लिए एक बार फिर गर्व का क्षण, डीएफएस ने किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए अस्पताल के अंदर एक फायर स्टेशन खोलने के लिए एम्स के साथ हाथ मिलाया है। एम्स देश का पहला अस्पताल बन गया है जिसके परिसर में फायर स्टेशन होगा। एम्स द्वारा बुनियादी ढांचा प्रदान किया जाएगा। जनशक्ति आदि का प्रबंधन डीएफएस द्वारा किया जाएगा।”
कुल 61 दमकल केंद्र और 3280 अग्निशामकों सहित 3616 कर्मियों के साथ, डीएफएस एक वर्ष में औसतन लगभग 22,00 आग और बचाव कॉलों में भाग लेता है।
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