November 15, 2024

बच्चों आओ, मंत्र सुनाओ, गिफ्ट ले जाओ’ के तहत क्षेत्र के बच्चों, महिलाओं व आम लोगों को खाद्यय सामग्री का वितरण किया।

संवाददाता :- गुड्डू भारती

दिल्ली। भजनपुरा बी ब्लॉक में स्थित अपने आवास पर सांसद मनोज तिवारी के प्रतिनिधि व महिला एवं बाल विकास मंत्रालय की आंगनवाड़ी कमेटी के सदस्य भुवनेश सिंघल ने फादर्स डे के उपलक्ष्य में अपने सांस्कृतिक राष्ट्रवादी अभियान ‘बच्चों आओ, मंत्र सुनाओ, गिफ्ट ले जाओ’ के तहत क्षेत्र के बच्चों, महिलाओं व आम लोगों को खाद्यय सामग्री का वितरण किया। सभी खाद्यय सामग्री में रसोई से जुड़े सामान थे जो कि सभी ब्रांडेड प्रॉडक्ट थे। इनमें मुख्य रूप से बच्चों की पसंद के आटा पालक मैगी फेमिली पैक, टमाटर सॉस की बोतल व मसाला मैजिक के पैकेट दिये गये। लगभग तीन सौ से अधिक लोगों को यह सामग्री वितरण की गई। भुवनेश सिघल से बात करने पर उन्होनें बताया कि आज आम आदमी की जिंदगी इतनी भागमभाग भरी हो गई है कि वो चाहकर भी अपने बच्चों को न तो मंदिर ले जा पा रहा है और न ही उनको धर्म की शिक्षा देने के लिए समय निकाल पा रहा है जिसका परिणाम यह है कि आज देश के बच्चे अपने मूल संस्कारों और सेवा भाव से दूर होने लगे हैं और पाश्चात्य संस्कृति की ओर भागने लगे हैं।

इसलिए हमने ये अभियान विगत कई माह से चला रखा है कि ‘बच्चों आओ, मंत्र सुनाओ, गिफ्ट ले जाओ’, इस अभियान के तहत जो भी बच्चा अथवा महिला हमको मंत्र, चौपाई, वेद की ऋचाएं, चालीसा, जिनवाणी, गुरूवाणी, आरती या प्रार्थना अथवा देश भक्ति का कोई गीत, कहानी या वीर-वीरांगनाओं की जीवन गाथा सुनाता है तो हम उनको विभिन्न प्रकार की खाद्य सामग्री देकर उनको प्रोत्साहित करते हैं और जो बच्चे हमको मंत्र आदि नहीं सुना पाते तो हम उनको मंत्र क्या होते हैं यह बताते हैं और अगली बार याद करके आने के लिए कहते हैं। ऐसा ही हम महिलाओं को भी कहते हैं कि आप अपने बच्चों को मंत्र आदि भी सिखाएं तथा बच्चों को घर के पूजा पाठ में अवष्य षामिल करें। सिंघल ने आगे कहा कि जब तक देश को वसुधैव कुटुम्बकम और सर्वे भवन्तु सुखिनः जैसे मंत्रों को नहीं सिखाया जाएगा तब तक देश में सांस्कृतिक राष्ट्रवाद व विश्वगुरू की कल्पना बेमानी है। क्योंकि सनातन धर्म सबके कल्याण की कामना करता है और देश को सर्वोपरि बताता है। देश के प्रति समर्पित रहने का जज्बा हमको धर्म की षिक्षा ही दे सकती है। सिंघल ने यह भी बताया कि हमने अब तक लगभग दस हजार से ज्यादा बच्चों को मंत्र याद करवा दिये हैं और आज बड़े पैमाने पर लोग हमारे अभियान से प्रेरित होकर अपने अपने स्तर पर भी ये अभियान चलाने लगे हैं और हमको धन्यवाद दे रहे हैं। मां बगलामुखी पीठाधीश्वर महामण्डलेश्वर वेदमूर्तिनंद सरस्वती ने हमसे प्रेरित होकर ये अभियान शुरू किया और फोन करके बताया कि जो अभियान हम जैसे देश के संतों को चलाना चाहिए था वो अभियान भुवनेश सिंघल चला रहे हैं इसके लिए हम सिंघल को आशीर्वाद देते है। वहीं सिंघल ने आगे कहा कि दस सांस्कृतिक अभियान में उनके मित्र प्रसिद्ध समाज सेवी दीपक गर्ग जी व नवीन तायल जी मुख्य रूप से उनके सहयोगी है। नवीन तायल ने बताया कि भुवनेश सिंघल ने जिस प्रकार से इस अभियान को देश व्यापी अभियान बना दिया है वो एक दिन प्रधानमंत्री मोदी को भी प्रभावित करेगा और वो जल्द ही इसको मन की बात कार्यक्रम में शामिल करेंगे। वहीं अंकुर जैन ने कहा कि भुवनेश सिंघल का ये अभियान मोदी जी के सपनों का भारत बनाने की ओर व सांस्कृतिक राष्ट्रवाद की अलख जलाने की ओर एक उल्लेखनीय कदम है। इस अवसर पर मुख्य रूप से मण्डल अध्यक्ष राज सिंह रज्जू, चौ. नरेन्द्र मोरल, डॉ अनिल गुप्ता, संतोश टण्डन, अमर झा, किशोरी लाल, शम्भु मोंगा, अभिशेक कुमार व वैभव सिंघल आदि भी मौजूद रहे।

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