नई दिल्ली, 18 मई (आईएएनएस)| कोरोना वायरस संक्रमण के दौरान डॉक्टर अपनी जान जोखिम में डाल रहे हैं और महामारी की दूसरी लहर के दौरान 269 डॉक्टरों की मौत हो गई है। पद्मश्री से सम्मानित और इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष के.के. अग्रवाल का अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एआईआईएमएस) में कोविड से निधन हो गया।
आईएमए के अनुसार, कोविड-19 संक्रमण की दूसरी लहर के दौरान कुल 269 डॉक्टरों की जान चली गई है। इन डॉक्टरों में ज्यादातर की उम्र 30 से 55 साल के बीच थी।
आईएमए के आंकड़ों के मुताबिक, बिहार में संक्रमण से मरने वाले डॉक्टरों की संख्या सबसे ज्यादा दर्ज की गई। बिहार में अब तक कुल 78 डॉक्टरों की मौत हो चुकी है।
उत्तर प्रदेश में 37, दिल्ली में 28, आंध्र प्रदेश में 22, तेलंगाना में 19, महाराष्ट्र और पश्चिम बंगाल में 14-14 डॉक्टरों ने संक्रमण से जूझते हुए अपनी जान गंवाई है।
पिछले 24 घंटों के दौरान, देश में कोरोना के नए 2,63,000 मामले सामने आए हैं, जबकि 4,22,000 से ज्यादा लोग संक्रमण से उबर चुके हैं। हालांकि, इसी अवधि में 4,329 लोगों की जान चली गई।
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