November 17, 2024

दूर-दराज के काम के बीच 86 फीसदी भारतीय डिजिटल स्वच्छता बनाए रखने में कायम: रिपोर्ट

नई दिल्ली, 2 जून (आईएएनएस)| रिमोट काम करने वाले लोगों को निशाना बनाने वाले कोविड-थीम हमलों में वृद्धि हुई है, वहीं ज्यादा भारतीयों (सर्वेक्षण किए गए लोगों में से 86 फीसदी) ने घर पर अपने डिजिटल उपकरणों के लिए अधिक सुरक्षा लागू की है। बुधवार को एक रिपोर्ट में यह बात सामने आई है।

साइबर सुरक्षा फर्म मैकएफी के ‘2021 उपभोक्ता सुरक्षा मानसिकता सर्वेक्षण’ के अनुसार, लगभग 88 प्रतिशत भारतीय उपभोक्ता उपकरणों, ऑनलाइन गतिविधियों और जुड़े घरों के माध्यम से महामारी के बाद से ज्यादा डिजिटल रूप से जुड़े हुए हैं । उनमें से 57 प्रतिशत डिजिटल स्वच्छता या इसकी कमी उन्हें और उनके परिवारों को जोखिम में डाल सकती हैं।

साइबर अपराधियों ने कोविड-थीम वाले हमलों को शुरू करने के लिए फेविरिशली से काम किया है, जो कि क्यू3 2020 में 240 प्रतिशत और पिछले साल क्यू4 में 114 प्रतिशत की वृद्धि हुई। इसमें प्रति मिनट औसतन 648 नए खतरे थे।

मैकएफी के इंजीनियरिंग और प्रबंध निदेशक के उपाध्यक्ष वेंकट कृष्णपुर ने कहा, “अध्ययन से संकेत मिला है कि ज्यादा भारतीय महामारी के कारण डिजिटल रूप से जुड़े हुए हैं, वे अब सक्रिय रूप से खुद को ऑनलाइन खतरों से बचाने के लिए कदम उठा रहे हैं।”

कृष्णापुर ने एक बयान में कहा, “इस समय के दौरान हमारे डिजिटल पदचिह्नें में स्पाइक ने ऑनलाइन सुरक्षा के महत्व को समझना और खुद को बचाने के लिए उपाय करना महत्वपूर्ण बना दिया है।”

तीन में से दो भारतीय यह जांचते हैं कि जिस नेटवर्क से वे जुड़ रहे हैं, वह कनेक्ट होने से पहले सुरक्षित है या नहीं।

इसके अलावा, आधे से ज्यादा (53 प्रतिशत) जोखिम के प्रति ज्यादा संवेदनशील महसूस करते हैं जब कोई उनके घर आया हो और उनके इंटरनेट से जुड़ा हो।

कृष्णापुर ने कहा, “रिमोट वकिर्ंग, ऑनलाइन लनिर्ंग और घर के अंदर अधिक समय बिताने के कारण कनेक्टेड डिवाइसेज के उपयोग में वृद्धि के कारण भारतीयों के बीच डिजिटल निर्भरता बढ़ी है।”

आधे से ज्यादा भारतीय (58 प्रतिशत) अपने मोबाइल उपकरणों पर संग्रहीत डेटा की अच्छी समझ होने का संकेत देते हैं।

लगभग 81 प्रतिशत भारतीयों ने कहा कि 2020 से उनके घर के सदस्यों ने वर्चुअल प्लेटफॉर्म के माध्यम से दूरस्थ शिक्षा में भाग लेना शुरू कर दिया है।

निष्कर्षों से पता चलता है कि इनमें से आधे से भी कम (36 फीसदी) ने अपने परिवार और घर की सुरक्षा के लिए नई सुरक्षा/संरक्षण तकनीक खरीदी, जब दूरस्थ शिक्षा को उनकी नई जीवन दिनचर्या में शामिल किया गया था।

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