November 17, 2024

राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से.नि.)  से पूर्व विधायक राजेश शुक्ला ने भेंट कर, विश्वविद्यालय से सम्बन्धित विभिन्न समसामयिक विषयों के समाधान हेतु विस्तृत चर्चा की।

संवाददाता :- सुनील कुमार

देहरादून/पंतनगर । आज राजभवन में महामहिम राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से.नि.)  से पूर्व विधायक राजेश शुक्ला ने भेंट की। इस दौरान उनसे पंतनगर कृषि विश्वविद्यालय के शिक्षकों/वैज्ञानिकों के संबंध में जारी हुए आदेश से उत्पन्न संकट एवं विश्वविद्यालय से सम्बन्धित विभिन्न समसामयिक विषयों के समाधान हेतु विस्तृत चर्चा हुई। पूर्व विधायक राजेश शुक्ला नाम महामहिम राज्यपाल को बताया कि कुछ वर्षों पूर्व शासन से नियुक्त वित्त नियंत्रक द्वारा नितांत अनुचित रूप से पंतनगर कृषि विश्वविद्यालय के उन सभी शिक्षको/वैज्ञानिकों को पंतनगर विश्वविद्यालय का कर्मचारी मानने पर सवाल उठाया जो विभिन्न परियोजनाओं में कार्यरत थे तथा जिनका संचालन आई0सी0ए0आर0 भारत सरकार से चलता है तथा इनमे कार्य करने वाले शिक्षक/वैज्ञानिक विश्वविद्यालय के कार्मिक है एवं सेवानिवृति के पश्चात मात्र पेंशन का भार राज्य सरकार पर पड़ता है तथा सेवा के दौरान अधिकांश भाग का वेतन भारत सरकार की परियोजना के बजट से मिलने के कारण राज्य सरकार पर उक्त बोझ नहीं पड़ता था तथा शोध एवं शिक्षण तथा प्रसार के तहत विश्वविद्यालय द्वारा चयनित किए जाने के कारण ये परियोजनाओं में शोध/प्रसार के साथ साथ शिक्षण कार्य भी करते रहे हैं। वर्तमान में ऐसे 100 से अधिक शिक्षक है जिनके अंतर्गत 1000 छात्र शोध/शिक्षण प्राप्त कर रहे हैं।


उक्त व्यवस्था विश्वविद्यालय के स्थापना काल से ही चलती चली आ रही है तथा देश का प्रथम विश्वविद्यालय होने के नाते इस विश्वविद्यालय के पैटर्न पर बने देश के अन्य कृषि विश्वविद्यालय में भी यही व्यवस्था विद्यमान हैं। वर्तमान में सचिव कृषि शिक्षा द्वारा ज्ञाप संख्या 730/xiii-2/2023-14(02)2016 दिनांक 4/7/23 को इन सभी कर्मचारियों के विश्वविद्यालय का कर्मचारी न मानते हुए इनकी सेवाएं समाप्त करने तथा जो पूर्व में सेवानिवृत हुए हैं उनकी पेंशन रोकने, उनसे वसूली करने का अव्यवहारिक आदेश जारी कर दिया गया है। उक्त आदेश के जारी होने से एक दुर्भाग्यपूर्ण स्थिति उत्पन्न हो गईं हैं तथा इसका प्रभाव विश्वविद्यालय के पठन पाठन, शोध, प्रसार पर पड़ने के साथ साथ सरकार के विरुद्ध गलत धारणा बनने तक पड़ेगा और देश को हरित क्रांति देकर देश की कृषि को आगे बढ़ाने वाले इस विश्वविद्यालय को अपना खून पसीना देने वाले शिक्षकों/शोधकर्ताओं, प्रसारक्रताओ पर पड़ेगा। अतः इसे निरस्त कराने हेतु सम्बन्धित को निर्देशित करे। पूर्व विधायक राजेश शुक्ला ने विश्वविद्यालय के ठेकाकर्मियों, सुरक्षाकर्मियों एवं कर्मचारियों के विभिन्न समस्याओं से अवगत कराया एवं अतिशीघ्र निस्तारण कराने का अनुरोध किया। महामहिम राज्यपाल से0नि0 लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह ने पूर्व विधायक राजेश शुक्ला के साथ आधे घण्टे वार्ता की और उक्त समस्याओ के सम्बन्ध में सुझाव भी लिए साथ ही विश्वविद्यालय के प्रति राजेश शुक्ला की चिंता को देखकर आश्वस्त किया कि कोई भी निर्णय विश्वविद्यालय के अहित में नहीं लिया जाएगा, वर्तमान में व्याप्त संकट का भी जल्दी ही उचित समाधान निकाला जाएगा।

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