नई दिल्ली, 8 मई (आईएएनएस)| दिल्ली सीमाओं पर कृषि कानून के खिलाफ प्रदर्शन के बीच किसान लगातार अपनी रणनीति बनाते दिख रहे हैं। किसानों ने भारी संख्या में एक बार फिर बॉर्डर पर जुटने की योजना बनाई है।
संयुक्त किसान मोर्चा द्वारा साझा की गई जानकारी के अनुसार, 11 व 12 मई को पंजाब के किसान बड़ी संख्या में पंजाब हरियाणा के अलग अलग बॉर्डर पर इकट्ठे होंगे और वहीं से दिल्ली बॉर्डर पहुंचेंगे।
साथ ही हरियाणा के किसान भी अलग अलग जगहों से इन जत्थों में शामिल होकर दिल्ली मोचरें पर पहुचेंगे।
दरअसल बीते कल हुई सयुंक्त किसान मोर्चा की आम सभा में 10 मई को होने वाली राष्ट्रीय कन्वेंशन को स्थगित किया गया। वहीं अब इसकी अगली तारीख सयुंक्त किसान मोर्चा की अगली बैठक में घोषित की जाएगी।
इस कन्वेंशन का उद्देश्य किसान आंदोलन को राष्ट्रीय स्तर पर मजबूत करना व समन्वय स्थापित करना था।
दूसरी ओर कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच गाजीपुर बॉर्डर पर बैठे किसान नेताओं ने ये तय किया है कि आंदोलन स्थल पर किसानों का ऑक्सीजन लेवल समय-समय पर चेक किया जाएगा।
आन्दोलनस्थल पर डॉक्टरों की टीम लगातार किसानों पर निगरानी रखेगी, यदि किसी किसान में कोरोना के लक्षण मिलते हैं तो इलाज के लिए भेजा जाएगा। हालांकि अभी तक सभी किसान स्वास्थ्य हैं।
गाजीपुर बॉर्डर पर प्रोग्रेसिव मेडिकल एंड साइंटिस्ट्स फ्रंट, दिल्ली से जुड़े चिकित्सक शाम के समय यहां चिकित्सा सेवा प्रदान करेंगे व आंदोलन स्थल पर किसानों के स्वास्थ्य की निगरानी करेंगे।
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