संवाददाता :- सुनील कुमार
लालकुआं, (उत्तराखंड) / लालकुआं क्षेत्र के युवाओं द्वारा सेंचुरी पल्प एण्ड पेपर मिल के खिलाफ किए जा रहे आंदोलन स्थल पर आयोजित महापंचायत में नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य ने सेंचुरी पेपर मिल को आगाह करते हुए चेतावनी दी कि यदि धरने पर बैठे युवाओं को रोजगार नहीं दिया तो वह सेंचुरी मिल से क्षेत्र को हो रही दिक्कतों के मामले को विधानसभा में उठाएंगे। इस दौरान मिल के भीतर नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य की मध्यक्षता में समझौता वार्ता आयोजित की गयी परंतु दोनों पक्षों द्वारा अपनी बातों में अडिग रहने के चलते वार्ता विफल हो गयी। स्थानीय शहीद स्मारक स्थल पर क्षेत्र के दर्जन भर युवाओं द्वारा पिछले 28 दिन से किए जा रहे धरना प्रदर्शन स्थल पर आयोजित महापंचायत में पहुंचे नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य ने क्षेत्रवासियों को संबोधित करते हुए कहा कि सेंचुरी पेपर मिल से निकाले गए युवा पिछले 28 दिन से शहीद स्मारक स्थल पर नौकरी बहाली की मांग को लेकर धरने में बैठे हैं, परंतु सेंचुरी मिल प्रबंधन ने आज तक उक्त युवाओं से बात करने की जहमत नहीं उठाई है, परंतु उनके आंदोलन को कुचलने के लिए विभिन्न प्रकार के कुचक्र जरूर रचे हैं। उन्होंने कहा कि शासनादेश के अनुरूप 70 प्रतिशत स्थानीय युवाओं को हर हाल में रोजगार देना होगा, वह इस मामले को जल्द ही विधानसभा में उठाएंगे।
साथ ही जरूरत पड़ी तो स्वयं सेंचुरी गेट के सामने धरने में बैठेंगे। उन्होंने स्थानीय लोगों से आह्वान किया कि वह भी रोजगार की लड़ाई लड़ रहे उक्त युवाओं के समर्थन में आंदोलन का हिस्सा बने। आंदोलन के अगुआ ग्राम प्रधान शंकर जोशी ने कहा कि पिछले 28 दिनों से क्षेत्र के युवा आंदोलन कर रहे हैं, परंतु मिल प्रबंधन ने आंदोलन तोड़ने के लिए तमाम प्रयास किए परंतु उक्त युवाओं की बात सुनने की कोशिश नहीं की है, जिससे लोगों में गहरा असंतोष व्याप्त है। उन्होंने कहा कि जल्द ही वह आमरण अनशन जैसे कदम उठाने को भी बाध्य हो जाएंगे। लगभग 3 घंटे तक चले महापंचायत के बाद जैसे ही प्रदर्शनकारी जुलूस के रूप में सेंचुरी मिल के मुख्य द्वार की ओर को चलने लगे तो मौके पर मौजूद पुलिस क्षेत्राधिकारी अभिनय चौधरी, कोतवाली के प्रभारी निरीक्षक डीआर वर्मा और तहसीलदार सचिन कुमार ने प्रदर्शनकारियों को रोकते हुए कहा कि यदि वह वार्ता करना चाहते हैं तो पुलिस प्रशासन उनकी मिल प्रबंधन से वार्ता करा देगा, जिसके बाद नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य वार्ता के लिए राजी हो गए, और सात सदस्यीय शिष्टमंडल नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य के नेतृत्व में सेंचुरी मिल को रवाना हुआ। सेंचुरी मिल के भीतर एचआर हेड ए पी पांडे, महाप्रबंधक एसके बाजपेई और नरेश चंद्रा से प्रदर्शनकारियों की वार्ता हुई। लगभग 20 मिनट चली वार्ता किसी नतीजे पर नहीं पहुंच सकी, अंततः वार्ता विफल हो गई, और प्रदर्शनकारियों का दल बैरंग लौट गया। वार्ता विफल होने के बाद आम प्रदर्शनकारियों के अगुआ शंकर जोशी ने कहा कि धरना प्रदर्शन इसी प्रकार चलता रहेगा और आंदोलन को वृहद रूप प्रदान किया जाएगा। वही सेंचुरी पेपर मिल के जनसंपर्क अधिकारी नरेश चंद्रा ने कहा कि ड्यूटी छोड़कर धरने पर बैठे संविदा कर्मी सेंचुरी पेपर मिल में आकर अपनी ड्यूटी पुनः शुरू कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि मिल प्रबंधन ने किसी भी श्रमिक को ड्यूटी से नहीं हटाया है, उन्होंने उक्त युवाओं से आंदोलन समाप्त करने की अपील की। धरना स्थल पर आयोजित महापंचायत में देवभूमि व्यापार मंडल के प्रदेश अध्यक्ष हुकुम सिंह कुंवर, किसान नेता एनके कपिल, जिला पंचायत सदस्य कमलेश चंदोला, कांग्रेसी नेता महेंद्र नेगी, ग्राम प्रधान सीमा पाठक, समाजसेवी किरन डालाकोटी, काग्रेंस एससी विभाग के जिलाध्यक्ष इन्द्रपाल आर्य ,भुवन पोखरियाल, प्रकाश उत्तराखंडी, रमेश पलडिया, संध्या डालाकोटी, बिंदु गुप्ता, संदीप पांडे, हेम दुर्गापाल, किसान महासभा के नेता बहादुर सिंह जंगी, जीवन कबड़वाल, डॉ बालम सिंह बिष्ट, उमेश चन्द्र कबड़वाल, कैलाश बमेटा विमला जोशी और माया देवी सहित सैकड़ों की संख्या में क्षेत्रवासी मौजूद रहे। महापंचायत का संचालन ग्राम प्रधान रमेश जोशी ने किया।
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