संवाददाता :- सुनील कुमार
लालकुआं, (उत्तराखंड)। तमाम चुनौतियां और सर्द हवाओं से भरी ठंड भी गौला नदी संघर्ष समिति के सदस्यों के आन्दोलन को नहीं डिगा पाई है सिमित के सदस्य पिछले 40 दिनों से इस ठंड में एक राज्य एक रॉयल्टी सहित खनन से जुड़ी कई मांगों को लेकर धरने पर बैठे हुए हालांकि आज सरकार ने गौलानदी की रॉयल्टी कि दरें कम कर आन्दोलनकारियों को कुछ राहत देने की कोशिश की है लेकिन आन्दोलनकारियों कि जिद है कि जब तक उनकी सभी मागें पुरी नही होती तब तक उनका आन्दोलन जारी रहेगा। बताते चलें कि कुमाऊं की लाइफलाइन कही जाने वाली गौला नदी में खनन कार्य बंद रहने से जहां राजस्व को भारी नुकसान हो रहा है वही हल्द्वानी, रुद्रपुर ,किच्छा, लालकुआं हल्दुचौंड,बिंदुखत्ता सहित समीपवर्ती क्षेत्रों में रोजगार जैसे थम सा गया है खनन से जुड़े लोग भुखमरी कि कागार पर पहुंच गए हैं वही लालकुआ गौला खनन सघर्ष के सदस्यपिछले 40 दिनों से सरकार के खिलाफ आन्दोलित है वही लोग धरना स्थल पर आकर गौला संघर्ष समिति के प्रति अपना समर्थन भी जारी कर रहे हैं वहीं आन्दोलनकारियों का कहना है कि सरकार को इस बड़े रोजगार को तुरंत प्रारंभ करने के लिए प्रभावी कदम उठाने चाहिए तथा तुरंत पूरे प्रदेश में समान रॉयल्टी करनी चाहिए जिससे दम तोड़ चुका गौला नदी से जुड़ा हुआ व्यापार पुरी तरह से पटरी पर आ सके। इधर आन्दोलनकारियों ने कहा कि आज सरकार द्वारा गौला नदी में रॉयल्टी के रेट जरूर कम किये लेकिन खनन कारोबारियों कि और भी मागें है जिसे भी सरकार को जल्द पुरा करना चाहिए उन्होंने कहा कि जब तक उनकी सभी मागें पुरी नही होती तब तक उनका आन्दोलन जारी रहेगा।।
More Stories
नेशनल प्रेस डे पर ग्राफिक एरा हिल यूनिवर्सिटी हल्द्वानी में ‘ लैंस क्राफ्ट 2024’ का आयोजन
ग्राफिक एरा हिल यूनिवर्सिटी में फ्लेमलेस कुकिंग कार्यशाला ने बच्चों में जगाया पाक कला का जुनून
उत्तराखंड पुलिस के उपनिरीक्षक मुकेश पाल को लैटिन अमेरिकन वर्ल्ड पुलिस गेम्स 2024 के लिए किया रवाना