नई दिल्ली, 12 जनवरी (आईएएनएस)| राजनीतिक प्रतिद्वंद्वियों का नाम लिए बिना ही, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को कहा कि राजनीतिक वंशवाद ने लोकतंत्र के लिए सबसे बड़ा खतरा पैदा किया है। प्रधानमंत्री ने इस समस्या को समाप्त करने के लिए राजनीति में युवाओं के प्रवेश करने की अपील की है। उन्होंने यहां दूसरे युवा संसद के एक समारोह में कहा, “अभी भी ऐसे लोग हैं जो केवल राजनीति में अपने परिवार के नाम को बचाने के लिए राजनीति करना चाहते हैं। इस तरह की राजनीति ‘राष्ट्र पहले’ को दूसरे स्थान पर और ‘मेरे परिवार और मेरे लाभ’ को पहली प्राथमिकता के रूप में रखती है।
उन्होंने कहा कि परिवार आधारित राजनीति की इस प्रथा को समाप्त करने के लिए युवाओं को राजनीति में उतरने की जरूरत है। हमारी लोकतांत्रिक प्रथाओं को बचाना जरूरी है।
मोदी ने कहा, “वंशवाद लोकतंत्र के लिए सबसे बड़ा खतरा है और इससे सामाजिक भ्रष्टाचार बढ़ता है। इस समस्या पर अंकुश लगाने के लिए और युवाओं को आगे आना चाहिए।”
प्रधानमंत्री ने कहा कि लोग आजकल ईमानदारी से काम करने वालों का समर्थन करते हैं।
मोदी ने कहा कि भाई-भतीजावाद की राजनीति अपने अंत के करीब है, हालांकि यह पूरी तरह से समाप्त नहीं हुआ है।
प्रधानमंत्री ने कहा, “जिनकी विरासत के हिस्से में भ्रष्टाचार है वे अब उस बोझ से बाहर नहीं आ पा रहे हैं।”
स्वामी विवेकानंद को याद करते हुए, प्रधानमंत्री ने युवाओं को खुद पर विश्वास करने और राष्ट्र को आगे ले जाने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 युवाओं को आधुनिक शिक्षा और सीखने की ओर ले जाएगी।
पीएम ने राष्ट्रीय युवा संसद महोत्सव (एनवाईपीएफ) के पुरस्कार विजेताओं की भी बात सुनी, जिसका उद्देश्य 18 से 25 वर्ष के बीच के युवाओं को आवाज देना है।
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