November 15, 2024

संदिग्ध लोगों को जिनके लक्षण स्पष्ट दिख रहे हों उन्हे जांच के लिए चिकित्सालय मे लाया जाए : जिलाधिकारी श्री सविन बंसल

हल्द्वानी  14 मई  (सूचना) – जिलाधिकारी श्री सविन बंसल ने शिविर कार्यालय मे देर सांय वीआरटी तथा सीआरटी टीमों के कार्यो की समीक्षा की। बैठक मे मौजूद अधिकारियों से जिलाधिकारी ने कहा कि जनपद में बाहर से ट्रेनों, बसों तथा प्राइवेट वाहनों से आने वालों की संख्या में एकाएक बढोत्तरी हो गई है। ऐसे लोग उत्तराखण्ड कंे अन्य जनपदों के साथ टेªनों व बसों के जरिये देश के विभिन्न प्रदेशों से भी लोगों के आने का सिलसिला रफ्तार पकड़ रहा है। रेलवे मंत्रालय द्वारा आने वाले समय में ट्रेनों के नये शिड्यूल भी की घोषणा की जानी है, इससे जनपद में बाहर से आने वाले लोगों संख्या मे बेहताशा वृद्वि होगी। यह सभी आने वाले यात्री जनपद के शहरीय इलाकों के साथ ही ग्रामीण इलाकों का भी रूख कर रहे हैै, ऐसे में आने वाले लोगों की पहचान तथा उनके होम कोरेन्टाइन, संस्थागत कोरेन्टाइन किये जाने की व्यवस्था करते हुये रखा जाना है। उन्होने कहा कि ऐसे में वीआरटी तथा सीआरटी के सभी सदस्यों एवं अधिकारियों का दायित्व बढ गया है तथा कार्य संवेदनशील हो गया है। उन्होने कहा कि बाहर से जनपद में आने वाले लोगांे को ग्रामीण क्षेत्रों में स्कूलांे, पंचायत भवनों में अनिवार्य रूप से कोरेन्टाइन मे रखा जाए। इन भवनों में सूक्ष्म व्यवस्थायेें सभी ग्राम प्रधान ग्राम निधि से करंेगे। इसी प्रकार शहरीय क्षेत्रों में आने वाले बाहरी लोगों को कोरेन्टाइन कराये जाने की जिम्मेदारी सम्बन्धित निकाय के अधिशासी अधिकारी की होगी। ऐसे लोगो को शहरीय क्षेत्रों की धर्मशालाओं, बारातघरोें मे संस्थागत कोरेन्टाइन कराया जाए तथा आवश्यकतानुसार निजी पृथक कमरे मे कोरेन्टीन कराया जाए। ऐसे लोगों की नियमति 14 दिन तक मानिटरिंग एवं स्वास्थ्य परीक्षण की व्यवस्था भी की जाए। संदिग्ध लोगों को जिनके लक्षण स्पष्ट दिख रहे हों उन्हे जांच के लिए चिकित्सालय मे लाया जाए। वीआरटी एवं सीआरटी के कार्यो के लिए मुख्य विकास अधिकारी पहले से ही नामित हैं। किसी भी प्रकार की समस्या एवं उसके निराकरण लिए उनसे सम्पर्क किया जाए। उन्होनेे कहा कि नगरीय व ग्रामीण क्षेत्रों में कोरेन्टीन किये गये बाहर भवनों पर कोरेन्टीन स्टीकर अवश्य लगाये जांए। आस-पडोस मे रहने वालों को कोरोना संक्रमण के प्रति जागरूक करते हुये कोरेन्टीन व्यक्ति पर नजर रखने हेतु जागरूक किया जाए। कोरेन्टीन किये गये व्यक्ति द्वारा कोरेन्टीन प्रोटोकाल का अनुपालन ना करने तथा बाहर धूमते पाये की सूचना तत्काल कन्ट्रोल रूम तथा सम्बन्धित उपजिलाधिकारियों को दी जाए।

बैठक मे यह तथ्य सामने आया कि जनपद मे वीआरटी तथा सीआरटी ने 1827 लोगों के घर-घर जाकर सम्पर्क किया , जिले में 1665 लोग स्वयं होम कोरेन्टाइन हैं जबकि 162 लोग संस्थागत कोरेन्टाइन मेे है।
बैठक मे मुख्य विकास अधिकारी विनीत कुमार, जिला विकास अधिकारी रमा गोस्वामी, मुख्य चिकित्साधिकरी डा0 भारती राणा, जिला अर्थसंख्याधिकारी एलएम जोशी, जिला कार्यक्रम अधिकारी अनुलेखा बिष्ट, एसीएमओ डा0 रश्मि पंत, डा0 तरूण कुमार टम्टा आदि मौजूद थे।

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