लखनऊ, 18 मई (आईएएनएस)| उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ सरकार ने नदियों में शव न फेंकने के लिए लोगों में जागरूकता पैदा करने के लिए विभिन्न धर्मगुरुओं की मदद लेने का फैसला किया है। इस तरह की घटनाओं पर बढ़ती आलोचना के बीच मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों को इस मुद्दे पर धार्मिक नेताओं के साथ बातचीत शुरू करने का निर्देश दिया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि नदियों में शवों को फेंकने के पर्यावरणीय और सामाजिक परिणामों के बारे में लोगों में जागरूकता पैदा करने में धार्मिक नेता सरकार की मदद कर सकते हैं।
एक सरकारी प्रवक्ता ने कहा कि उन्होंने राज्य आपदा मोचन बल और प्रांतीय सशस्त्र बल की जल पुलिस को राज्य की सभी नदियों के आसपास गश्त जारी रखने को कहा और यह सुनिश्चित करने को कहा कि किसी भी हालत में शवों को पानी में नहीं फेंका जाए।
प्रवक्ता ने कहा कि मुख्यमंत्री ने जोर देकर कहा कि अंतिम संस्कार सम्मानपूर्वक किया जाना चाहिए और इसके लिए वित्तीय सहायता भी प्रदान की जा रही है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि शवों को लावारिस छोड़ जाने की स्थिति में भी धार्मिक मान्यताओं के अनुसार अंतिम संस्कार किया जाना चाहिए।
राज्य के कई जिलों में बड़ी संख्या में शव नदियों में तैरते मिले हैं।
More Stories
बरेली इंटर-स्पेशल स्कूल्स स्पोर्ट्स मीट विविधता और समावेश का एक ऐतिहासिक उत्सव
भक्त के वश में है भगवान : स्वामी कैलाशानंद गिरी महाराज
राज्य स्तरीय बैण्ड प्रतियोगिता में बरेली की टीम लखनऊ रवाना