लखनऊ, 28 सितम्बर (आईएएनएस)| उत्तर प्रदेश सरकार अब युवाओं को खाना बनाने का प्रशिक्षण देगी। सरकार ने विशेष रूप से खाना बनाने में रुचि रखने वाले युवाओं को प्रशिक्षित करने के लिए डिप्लोमा पाठ्यक्रम शुरू किया है। सरकार न केवल खाद्य पदार्थों को बनाने में युवाओं की मदद करेगी, बल्कि उन्हें बेहतर कीमतों पर बेचने के लिए संरक्षित भी करेगी।
एक प्रवक्ता के अनुसार, खाद्य प्रोसेसिंग विभाग ने 10 जिलों में शासकीय खाद्य विज्ञान प्रशिक्षण केन्द्रों की स्थापना की है।
वाराणसी, प्रयागराज, गोरखपुर, अयोध्या, कानपुर, झांसी, आगरा, बरेली, मुरादाबाद और मेरठ में खोले गए इन केंद्रों में एक वर्षीय खाद्य प्रोसेसिंग व्यापार डिप्लोमा, बेकरी और कन्फेक्शनरी व्यापार डिप्लोमा और एक वर्षीय खाना बनाने के कला व्यापार डिप्लोमा की पेशकश की जा रही है।
राज्य सरकार ने इन डिप्लोमा पाठ्यक्रमों के माध्यम से हर साल 1,000 लाभार्थियों को प्रशिक्षण देने का लक्ष्य रखा है।
सरकार पिछले 4.5 वर्षों से लगातार जिलों में संचालित राज्य खाद्य विज्ञान प्रशिक्षण केंद्रों में युवाओं को प्रशिक्षण दे रही है।
एक वर्षीय खाद्य प्रोसेसिंग व्यापार डिप्लोमा में 608, एक वर्षीय बेकरी और कन्फेक्शनरी व्यापार डिप्लोमा में 596, एक वर्षीय पाक कला (कुकरी) व्यापार डिप्लोमा में 598, एक महीने के अंशकालिक बेकरी और कन्फेक्शनरी पाठ्यक्रम में 1,166 को प्रशिक्षित किया गया। एक माह के पार्ट टाइम कुकिंग में 972 तथा एक माह के एकीकृत कुकरी, बेकरी एवं कन्फेक्शनरी तथा खाद्य संरक्षण पाठ्यक्रम में 1,938 प्रशिक्षुओं को प्रशिक्षित किया गया है।
सरकार ने खाद्य प्रसंस्करण उद्योगों को प्रशिक्षित और कुशल मानव संसाधन उपलब्ध कराने के उद्देश्य से सरकारी खाद्य प्रसंस्करण प्रौद्योगिकी संस्थान, लखनऊ में एमएससी खाद्य प्रौद्योगिकी पाठ्यक्रम के लिए सीटों की संख्या 30 से बढ़ाकर 40 कर दी है।
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