लखनऊ, 11 नवंबर (आईएएनएस)| योगी आदित्यनाथ सरकार अब भारत-नेपाल सीमा के पास थारू गांवों में उप-स्वास्थ्य केंद्रों पर विशेष ध्यान दे रही है। इन गांवों में ‘ऑपरेशन ममता’ ने स्वास्थ्य सेवाओं से वंचित थारू महिलाओं की जिंदगी बदल दी है।
सरकार के प्रवक्ता के अनुसार, थारू बहुल गांवों में छह उप-स्वास्थ्य केंद्रों के परिवर्तन के बाद, तराई क्षेत्र के चंदन चौकी, गौरीफंता, नजोटा, छेदिया पश्चिम, बनकाटी और धुस्किया ने प्रसव और अन्य सुविधाओं के लिए सुनिश्चित किया है। सभी सुविधाएं अब आसानी से उपलब्ध हैं।
पहले ये इलाके अंधेरे में डूबे रहते थे। इन क्षेत्रों में पानी, बिजली और चिकित्सा सुविधाएं नहीं थीं, लेकिन योगी आदित्यनाथ के मुख्यमंत्री बनने के बाद, उन्होंने इन क्षेत्रों में स्वास्थ्य उप-केंद्रों की स्थापना और 24 घंटे चिकित्सा सुविधा प्रदान करने के लिए उचित बिजली सुनिश्चित की।
सरकार ने अब केंद्रों पर सभी जरूरी सुविधाएं मुहैया करा दी हैं ताकि प्रसूति रोग विशेषज्ञों को मरीजों के इलाज के लिए लंबा सफर न करना पड़े।
स्वास्थ्य विभाग के अनुसार राज्य में कुल 3,602 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र हैं जिनमें 14,408 बेड हैं और 943 सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र 28,290 बेड के साथ हैं।
स्वास्थ्य विभाग के अस्पतालों में कोविड बेड की क्षमता 70,000 से अधिक करने का लक्ष्य रखा गया है।
इसके साथ ही स्वास्थ्य विभाग द्वारा सीएचसी और पीएचसी में प्रीफैब्रिकेटेड वार्ड बनाए जा रहे हैं।
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