गुरुग्राम, 5 जून (आईएएनएस)| कृषि कानून का विरोध कर रहे संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) ने शनिवार को केंद्र के तीन विवादास्पद कृषि सुधार अध्यादेशों को ‘संपूर्ण क्रांति दिवस’ के रूप में पेश किए जाने की पहली वर्षगांठ मनाई और इसकी प्रतियां भी जलाईं। एसकेएम के अध्यक्ष चौधरी संतोख सिंह ने आईएएनएस को बताया कि किसानों का एक वर्ग भी सिविल अस्पताल परिसर में जमा हो गया और सरकार विरोधी नारे लगाए।
सिंह ने कहा, “भाजपा-जजपा के नेतृत्व वाली हरियाणा सरकार इन तीन काले कानूनों के खिलाफ किसानों के आंदोलन से डर रही है। सरकार के आदेश के बाद, पुराने गुरुग्राम में भाजपा विधायक के कार्यालय में किसान के पहुंचने से रोकने के लिए बड़ी संख्या में स्थानीय पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया था।”
“हमें पुलिसकर्मियों ने विधायक के कार्यालय से लगभग 10-12 मीटर की दूरी पर रोक दिया। किसानों ने पुलिस को बताया था कि उनका विरोध शांतिपूर्ण था और संविधान शांतिपूर्ण आंदोलन की अनुमति देता है। यहां तक कि सुप्रीम कोर्ट ने भी कहा था कि किसान विरोध कर सकते हैं। शांतिपूर्ण तरीके से लेकिन इसके बावजूद किसानों को विधायक के कार्यालय में पहुंचने से रोका जा रहा था।”
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